‘हवा’ में उड़ रहा है जोधपुर हवाई अड्डा !
जोधपुर, शहर में 46 किलोमीटर की परिधि से बाहर नए एयरपोर्ट के लिए वायुसेना एनओसी देने के लिए तैयार है, लेकिन यह मुद्दा फिलहाल तो प्रशासनिक स्तर पर ही सुलझता नहीं दिख रहा। तीन प्रमुख अफसर- संभागीय आयुक्त, जिला कलेक्टर और जेडीए आयुक्त एयरपोर्ट की जगह को लेकर एकमत नहीं हैं, ऐसे में तीनों के बीच कोई तालमेल नजर नहीं आ रहा। राज्य सरकार को प्रस्ताव पर प्रस्ताव भेजे जा रहे हैं। इन कारणों से सवाल खड़ा हो रहा है कि सूर्यनगरी में नए एयरपोर्ट के लिए गंभीर प्रयास हो भी रहे हैं या नहीं?
मांडावास के लिए भेजा है प्रस्ताव : "पाली जिले में रोहट के पास मांडावास में नए एयरपोर्ट के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। पाली रोड पर दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (डीएमआईसी) के तहत इंडस्ट्रियल रीजन प्रस्तावित है। इसलिए जोधपुर व पाली के बीच ही हवाई अड्डा स्थापित करना उचित रहेगा। राज्य सरकार ने भी रोहट के लिए प्रस्ताव भेजा है। इसके लिए डीएमआईसी फंड देने के लिए भी तैयार है। इसके अलावा अन्य प्रस्तावों पर भी विचार किया जा सकता है।" रमेश कुमार जैन, संभागीय आयुक्त
संभागीय आयुक्त का प्रस्ताव उचित नहीं : "संभागीय आयुक्त के प्रस्ताव को यदि माना जाता है तो नया एयरपोर्ट शहर से 70 किलोमीटर दूर स्थापित होगा, जहां पहुंचने में ही एक घंटा लगेगा। इतनी देर में तो दिल्ली पहुंचा जा सकता है। इससे लोगों को परेशानी होगी। पुराने एयरपोर्ट के विस्तार का प्रस्ताव एयरपोर्ट अथॉरिटी ने मान लिया है। इसके लिए नगर निगम से 265 बीघा जमीन मांगी गई है। वहीं नागौर रोड पर भी नया एयरपोर्ट स्थापित किया जा सकता है।" सिद्धार्थ महाजन, कलेक्टर
नागौर रोड ही उचित जगह : "नागौर रोड एजुकेशन हब के रूप में उभर रही है। नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी व आयुर्वेद यूनिवर्सिटी के अलावा आईआईटी, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (एनआईएफटी), फुटवियर डिजाइन एंड डवलपमेंट इंस्टीट्यूट (एफडीडीआई), साइंस पार्क आदि इस रोड पर ही स्थापित होंगे। इसी को ध्यान में रखते हुए नागौर रोड पर भूमि तलाश रहे हैं। अन्य क्षेत्रों में 46 किलोमीटर का दायरा भी पूर्ण नहीं होगा।" रतन लाहोटी, जेडीए आयुक्त